
मोशी अभियान एक बहुत ही मौलिक प्रश्न से प्रारम्भ हुआ – देश में बदलाव सभी चाहते हैं लेकिन ये होगा कैसे…? शादी, पार्टी, दोस्तों के संग चाय की चुस्की लेते वक़्त हम हमेशा अपने समाज और देश के प्रति फिकरमंद दिखे और जमके नेताओं को, लोगों को पानी पी पी कर कोसे और फिर आ गए अपने घर। ये प्रकरण हमने अपने पिता को अपने मित्रों के संग करते देखा हमने भी वही परिपाटी चलाई और अब शायद मेरा पुत्र भी यही करेगा – यानि कि 3 पीढ़ियां चली जाएंगी एक ऐसी प्रक्रिया को करते हुए जिसका कोई परिणाम निकलने वाला नहीं है। कुछ ऐसा ही सोचा एक छोटे से ग्रुप ने, कि अब बात करने से कोई लाभ नहीं। अब या तो ये नकारात्मक बातों को बंद किया जाए या फिर कुछ समाधान ढूँढा जाए। यही विचार पर कार्य किया गया और एक मॉडल तैयार किया गया साथ ही कई कारगर कार्य प्रणाली बनाई गईं। ये सभी कुछ मोशी अभियान के स्वरुप में आपके समक्ष लाई जा रही है। मोशी अभियान देश को सकारात्मक विचारों की प्रक्रिया में लगाता है, जिसके फलस्वरूप प्रत्येक देशवासी स्वयं के भीतर की एक नेतृत्व देने वाली शक्ति को संचारित कर देश के विकास में अपना सहयोग दे सकता है। अभियान देश के कोने कोने से सामाजिक नेताओं की एक नई खेप बनाने की चेष्टा है। मोशी अभियान एक अत्यंत नया एवं रचनात्मक प्रयोग है। आइये आप स्वयं इसका अनुभव करिये…। – मोशी अभियान सदस्य (आशीष मान)