अब शायद बॉलीवुड भी अपनी फिल्मों की कहानियों में बदलाव करेगा। नई जनरेशन (पीढ़ी) अब उन कहानियों को देखती और सुनती आगे नहीं बढ़ेगी जिसमे जीवन के संघर्ष से जूझता हुआ नायक आगे बढ़ता है लेकिन दर्शकों को उसकी परेशानियां अंदर से हिला जाती हैं। अब कहानीकार अपनी कहानियों को अलग प्रकार से अलंकृत करेंगे। मोशी हमें किसी व्यक्ति, समाज या समूह पे आश्रित रहकर अपने जीवन की जिम्मेदारियों से भागने की बजाय अपनी जिम्मेदारियों के साथ समाज और देश की जिम्मेदारियों को भी लेने का आह्वान करने की सलाह देता है। राजनीति किसी देश का एक अभिन्न अंग है किन्तु उसमें परोक्ष रूप से ली गयी भागीदारी हमें देश के प्रति उदासीन करती है। मोशी हमें प्रत्यक्ष भागीदारी के लिए एक मंच और कई मज़ेदार और कारगर प्रणाली मुहैया कराता है।